मुखिया मुख सो चाहिये खान पान तो एक...दोहा-
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व दोहा सुना रहे हैं:
मुखिया मुख सो चाहिये खान पान तो एक
पालये पोषये सकल अंग तुलसी सहित विवेक
मुखिया को मुह के समान होना चाहिये
जिस प्रकार मुह जो है खाता है और सारे अंगो को ओ दे देता है ताकि सारे अंगो का पालन पोषण हो सके और मजबूत बन सके| (AR)