घनश्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है...भजन-
बीकानेर (राजस्थान) से नारायण एक भजन सुना रहे हैं
घनश्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है-
मुस्कान तेरी मोहन घायल कर जाती है-
सोने की होते तो क्या करते तुम मोहन-
जब बांस की होकर भी दुनिया को नाचते हो-
घनश्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है...(AR)