सूरज की पहली किरण से आशा का सबेरा जागे...गीत-
जिला-बाँदा (उत्तरप्रदेश) से सूरज कुमार एक गीत सुना रहे हैं:
आ चल के तुझे मै लेके चलूं-
इक ऐसे गगन की तले-
जहाँ गम भी न हो आंसू भी न हो-
बस प्यार ही प्यार पले-
सूरज की पहली किरण से-
आशा का सबेरा जागे-
चंदा की किरण से धुल कर घनी घोर अँधेरा भागे...(AR)