हर कसम टूट जाये तो मै क्या करूँ...गजल-
ग्राम-मटियालम,जिला-कुशीनगर (उत्तरप्रदेश) से सुकई कुसवाहा एक गजल सुना रहे हैं:
सब को मालूम है की मै शराबी नही-
फिर भी कोई पिलाये तो मै क्या करूँ-
सिर्फ इक बार नजरो से नजरें मिले-
हर कसम टूट जाये तो मै क्या करूँ-
सब को मालूम है की मै शराबी नही...(AR)