पीडितो का रजिस्टर : मुझे जेल से छुड़ाने के लिए 50 हजार खर्च करने पड़े, सरकार से कोई मदद नहीं मिली..
ग्राम- कोयपारा, पंचायत-भैंसासुर, ब्लाक-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से पंचूराम दुग्गा बता रहें है कि 2014 की एक शाम लगभग 6 बजे के आसपास पुलिस वाले उनके घर आए| पुलिस को शक था कि पंचुराम नक्सली गतिविधियों में शामिल हैं| उन्होंने उसे गिरफ्तार कर लिया, वह 3 साल तक जेल में रहा| कचहरी के चक्कर काटने में उनके परिवार को 50 हजार रूपए खर्च करने पड़े, उन्हें सरकार की तरफ से कोई मदद नही मिली है इसलिए उन्होंने सभी साथियों से मदद की अपील की है|