बारह बजे मेला लागे कारी तो पसीना छूटे...डोमकच गीत-
ग्राम-कोट्या, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से मेवालाल देवांगन एक डोमकच गीत सुना रहें है:
बारह बजे मेला लागे कारी तो पसीना छूटे-
कारी तो पसीना छूटे चलत राम-
भेलवा ला नजरी नजरी चला ले सोना-
तोला मोला दोनों झन ला पसनी बलाले होले-
हाथे हथकड़ी लागे फिरे ले मुश्किलें-
बारह बजे मेला लागे कारी तो पसीना छूटे...