नानी तेरी मोरनी को मोर ले गये...कविता
जबलपुर (मध्यप्रदेश) से परिधि पट्टा एक कविता सुना रही हैं-
नानी तेरी मोरनी को मोर ले गये-
बाकी जो बचा था काले चोर ले गये-
अच्छा नानी प्यारी नानि रुस्सा-रस्सी छोड़ दे-
जल्दी से एक पैसा दे दे तु कंजूसी छोड़ दे... (183764 ) MS