हाये एक बिना पंख का मोर...हरियाणी गीत
जिला-सिरसा (हरियाणा) से प्रिंश एक गीत सुना रहे हैं:
हाये एक बिना पंख का मोर-
बाग में रोबये पड़ा-पड़ा-
हाये उसके कौण बंधाबये धीर-
कौण उसने रास्ता बताबये हे-
हाये उसने दास बंधाबये धीर-
गुरु जी रास्ता बताबये हे-
हाये एक बिना पंख का मोर...