जुला जुल रही हैं अम्मा आज लगा दे जुला इस जुले पर मैं जुलूँगा..कविता-
ग्राम तेली टोला जिला कबीरधाम राज्य छत्तीसगढ़ से राजेन्द्र सतासी साहू नन्ही सी बच्ची कविता सुना रहें हैं:
जुला जुल रही हैं अम्मा आज लगा दे-
जुला इस जुले पर मैं जुलूँगा-
इस पर चढ़ कर उपर बैठ कर-
आसमान को मैं छु लूँगा-
जुला जुल रही हैं डाली जुल रहा हैं-
पत्ता पत्ता ही जुले पर बड़ा...ID(181750)R.M