अगर तुम न होते, अगर तुम न होते...गीत-
ग्राम-बरेतीकला, ब्लाक-जवा, जिला रीवा (मध्यप्रदेश) से दयासागर कुसवाहा एक गीत सुना रहे हैं:
हमें और जीने की चाहत न होती-
अगर तुम न होते, अगर तुम न होते-
तुम्हें देखके तो लगता है ऐसे-
बहारों का मौसम आया हो जैसे-
दिखाई न देती अंधेरों में ज्योती-
अगर तुम न होते... (AR)