मेरा अनुसार से यह एक राजनीतिक समस्या हैं, जिसे आपस में बैठ कर हल निकालना चाहिए...
सतीस कुमार सुमन सुपौल बिहार से अपनी विचार बता रहें हैं यह हिंसा जो पिछलें 40 साल से लगातार हो हिंसा जिसमें आम लोगों का कोई दोष नही होता हैं, बल्कि इन दोनों के बीच आम नागरिक मारे जाते हैं, जिनका सरकारी आकड़ों में बहुत हो कम निगती में लिये जाते हैं और कभी-कभी कोई निगती ही नही होती हैं, जो की यह एक राजनीतिक हत्या है | जिसे सभी पक्षों को किसी एक विशेष मंच पर बैठकर बातचीत कर इस हिंसा को कम करना चाहिए| RK