हम गांवों में रहनें वालें लोग अधिकतर जंगलों में उपस्थित संसाधनों का उपयोग करते हैं...
ग्राम पंचायत-बड़े बोदेनार, ब्लाक-बास्तानार, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से बाबूलाल नेटी और उनके साथ हैं ग्राम पंचायत-बड़े बोदेनार लखमा राम कवासी (सरपंच) वे बता रहें हैं, वहा गाँव की कहानी इस गाँव में जमीन, जल, जंगलों में उपस्थित संसाधनों का उपयोग करते हैं, वही महुआ फुल से दारु (शराब) बनाकर बेंचते है जिसे अपनी जीवनयापन करते हैं और महुआ को खाने के रूप में खाते भी है, विभिन्न प्रकार के मौजूद जंगलों में कंद-मूल जिसे सग्रह करते है जिसे शक्कर कांदा कहते हैं और हमारें क्षेत्र में किसी प्रकार की नक्सलवाद की कोई प्रभाव नही हैं: संपर्क@7587761696