आमी आज जांवा बाई, आमी आज जांवा...हल्बी कविता-
प्राथमिक शाला पीरमेटा, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) कुमारी परमिला हल्बी बोली में एक कविता सुना रही हैं:
आमी आज जांवा बाई, आमी आज जांवा-
बेड़ा पान काऊँ-
मुचकी मारून मारून तोंवा-
आते भुलुन भुलुन बसुन डोवां-
गैयानुवा लाई अमय चाऊं बाई अमय चाऊं... (AR)