अगर कहीं मै घोडा होता,वह भी लम्बा चौड़ा होता-कविता...
नागपंचमी के शुभ कामनाये देते हूये कन्हैलाल केवट के साथ रागनी कछा 4थी और पार्वती कछा 4थी के छात्र कविता सुना रही है:
अगर कहीं मै घोडा होता,वह भी लम्बा चौड़ा होता-
तुम्हे फिट पर बैठा करके,बहोत तेज पर दौड़ा होता-
वलमानी से लपक झपक कर हिले जाते दूर पहड़ो के केसरवानी-
बातें करतें हवा हवा में,बीन बजाये जीम चड़ा करके...