मिलकर कोरोना को हराना है...कोरोना पर कविता-
ग्राम-नवलपुर, ब्लाक-लोरमी, जिला-मुंगेली (छत्तीसगढ़) से नेहा बुनकर एक कविता सुना रही हैं:
मिलकर कोरोना को हराना है-
घर हमें कहीं नहीं जाना हैं-
हाँथ किसी से नहीं मिलाना है-
चहरे से हाथ नहीं लगाना है-
बार बार हाथ अच्छे से धोने जाना है-
सेनेटाईज करके देश को स्वच्छ बनाना है...(AR)