देश द्रोहियों आंखे खोलो...कविता-
मरवाही, जिला-बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से कामता प्रसाद शर्मा एक कविता सुना रहे हैं:
देश द्रोहियों आंखे खोलो-
एसी संकट की घड़ी में-
जहर भरी न बाते बोलो-
सम्हल जाओ एक हो जाओ-
भारत देश का नाम बढाओ-
देश हमारा जूझ रहा है-
संकट में यूं विष न घोलो... (AR)