चोर पुलिस की कहानी...माडिया भाषा में-
नगर पंचायत-भामरागड, जिला-गडचिरोली (महाराष्ट्र) से अक्षय गावडे माडिया भाषा में एक कहानी बता रहे है:
एक महिला थी जिसके दो बेटे थे | बड़ा बेटा पढाई करता था तो छोटा बेटा चोरी | जब भी चोरी कर के लाता था उसकी मा बहुत खुश होती थी | धीरे-धीरे उनका बड़ा बेटा पढ़ लिखकर पुलिस बन गया तभी एक दिन अचानक छोटे बेटा एक महिला की लूट-मार खून करने में पकड़ा गया | वहां से भागने लगा भागते-भागते बड़ा भाई मिला तो बोला भाई मेरे पीछे पुलिस है मुझे बचा लो भाई ने अपना कपडा उसे दे दिया और उसका पहन लिया | पुलिस के आने के बाद छोटे भाई ने कहा इसने चोरी की है तो पुलिस ले जाकर फांसी की सजा सुना दी | आखिरी इच्छा पूछने पर मां से कहा मां आप चोर का सपोर्ट कर रही थी जिसकी सजा मुझे मिली। CS