16 मजदूर माल गाड़ी की चपेट में मारे गये, सरकार ध्यान दे, लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की व्यवस्था करें-
कैमूर (बिहार) से शिवशंकर उपाध्याय बता रहे हैं, औरंगाबाद महाराष्ट्र में माल गाड़ी के चपेट में आने से 16 मजदूरों की जान चली गयी है, वे लोग उमरिया और शहडोल जिले के निवासी थे, उनका कहना है कि सरकार स्कूलों में कोरंटीन सेंटर बना रही है, लोगो जो लॉकडाउन में फंसे हैं उन्हें भटकना पड़ रहा है, एसी स्थिती में उन मंदिरों धर्मशालाओं को को खोल देना चाहिये चाहे वो किसी भी धर्म सामुदाय के हों और वहां पर लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को रहने खाने की सुविधा देना चाहिये, मजदूर ये मानकर चल रहे हैं कि ट्रेन साधन सभी बंद है, वे समाचार नहीं देखते जिससे उन्हें कोई जानकारी नहीं होती है, इस वक्त मजदूर मारे गयें हैं, पहले लोग गाँव में काम करते थे लेकिन आज गाँव में काम करने में शर्म करते हैं लेकिन आज लोग उसी गाँव की तरफ भाग रहे हैं, हो सकता इससे अब उनकी सोंच में सुधार आयेगा|