आदिवासियों में उठा तूफान रे,आज मचला है बुढ़वा जवान रे...एक आदिवासी क्रांति गीत
आदिवासियों में उठा तूफान रे ,
आज मचला है बुढ़वा जवान ...2
मेहनत हमारी पूंजी तुम्हारी
नहीं चलेगी ए कालाबाजारी
लुटेरों की होगी पहचान रे...
आज मचला है बुढ़वा जवान
आदिवासियों में उठा तूफान रे ,
आज मचला है बुढ़वा जवान ...
पूंजी लुटी श्रम भी लुटा ,
अस्मत लुटी किस्मत लुटा ...2
आज कर देंगे देवी बलिदान रे ..
आज मचला है बुढ़वा जवान .....
आदिवासियों में उठा तूफान रे ,
आज मचला है बुढ़वा जवान...
बांधे हैं बूढ़ा देव के बाना ,
जाग उठा है अब जनताना...2
अब ना बेचेंगे अपना ईमान रे ,
आज मचला है बुढ़वा जवान