दाई दादा जैसे कुकुर काकर...कविता-
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ियारी एक कविता सुना रहे हैं:
दाई दादा जैसे कुकुर काकर-
सास ससुर दूध दही खाथे-
दाई दादा बर खोरो खटिया-
ओकर बर पलंग बिछाथे-
दाई दादा जैसे कुकुर काकर-
ये ओकय चुचुवाथे