शांति नहीं तक तक...कविता-
ग्राम पंचायत-बाखरा, जिला-कोंडागांव (छत्तीसगढ़) से चंपा यादव एक कविता सुना रहे हैं :
शांति नहीं तक तक-
जब तक सुख बाधन सबका श्रम हो-
नहीं किसी को बहुत अधिक हो-
नहीं किसी को कम हो-
सोपान मांगने से न मिले-
सबात्म माफ़ हो जाये...