अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार...गीत-
खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) से जया
अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार-
इँदिरावती हा पखारय तोर पईयां-
महूं पांवे परंव तोर भुँइया-
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया-
सोहय बिंदिया सहीं, घाट डोंगरी पहार-
चंदा सुरूज बनय तोर नैना-
सोनहा धाने के अंग, लुगरा हरियर हे रंग-
तोर बोली हावय सुग्घर मैना-
अंचरा तोर डोलावय पुरवईया-
महूं पांवे परंव तोर भुँइया-
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया...