आसू न होते आंखे इतनी खुबसूरत न होती...
ग्राम-भेड़िया, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से राजकुमार पोया सायरी सुना रहे हैं :
आसू न होते आंखे इतनी खुबसूरत न होती-
दर्द न होती तो खुशी की कीमत न होती-
जो अब तक न खौला वह पानी है-
जो देश का काम ना आये वह बेकार जवानी है-
समाज में सौ वर्ष जिंदा रहना उतना महत्व नहीं रखता-
जितना कि समाज के लिये एक दिन जिंदा रहना...