गईया मेरी बड़ी सयानी, मांग रही है खाने को शानी...
ग्राम-नीलकंठपुर, तहसील-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से जगदेव प्रसाद पोया
मवेशी ‘गाय’ पालन पर एक कविता सुना रहे है:-
गईया मेरी बड़ी सयानी, मांग रही है खाने को शानी-
सुंदर बछिया उसकी रोती, खूंटे पर ही बंधकर सोती-
गईया दूहने जब मै बैठा, तब गैया ने मारी लात-
मैंने खाई चार पलाट...