छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय बोली गीत : मेझरी के खात-खात जोढ़री ओराई...
ग्राम-नीलकंठपुर, ग्राम-पंचायत-गोरगी, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से जगदेव प्रसाद पोया एक कर्मा गीत सुना रहे है:
मेझरी के खात-खात जोधरी बोराई-
पईया लगो दाई धान जीवा ला बचाई-
हो गे सरकारी धान हो गे सरकारी मक्काई-
काके ला कहे दादा काके ला समझाई-
चंद रुपया के लालचा में अंधाधुंध बचाई-
आगू ला शोचे ना पाछू ला बिचारे करे अंधा धुन बेचाई-
आगे पुष माघ आगे बैसाख जेठ ओहरे आगे बिपत-
मेझरी के खात-खात जोधरी बोराई-
पईया लगो दाई धान जीवा ला बचाई...