हल्बी गीत : रे रे रैय्यो रे रे ला, साय रेलों रेलों...
ग्राम पंचायत-एड़का, जिला-नारायणपुर (छत्तीसगढ़) से कीर्ति साहू हल्बी बोली में एक गीत सुना रही:
रे रे रैय्यो रे रे ला, साय रेलों रेलों-
बिहान चो फेर पहली भेंट के नांगर धान में रुधुन-
काय काज आमी शहर जाऊ दे गाँव देहा छंडून-
राणा बेलो रे हुनि टोरा रेलों, चकड़ चक ढाय करे-
कमइ आगर खर्चा शहर जग खोये नव विधि
भसर देंह चो खटके बेमर शहर सुतर विधि-
राणा बेलो रे हुनि टोरा रेलों, चकड़ चक ढाय करे-
शाहिरिया दादा अयो नही था, जानत गाँव विधि-
दया मया सुख ता हमचा स्वागत पावत हमी-
राणा बेलो रे हुनि टोरा रेलों, चकड़ चक ढाय करे-
रे रे रैय्यो रे रे ला, साय रेलों रेलों...