काये के मानों माता समान...कविता-
ग्राम-राजापुर, पोस्ट-लडवारी, जिला-निवाड़ी (मध्यप्रदेश) से मनोज कुशवाहा एक कविता सुना रहे हैं :
काये के मानों माता समान-
उसी का करलो तुम सम्मान-
उसी का करलो तुम सम्मान-
माता बना देते पहले बान-
अमृत देते है वोह वरदान-
दूध होता होता है अमृत जैसा...