तोर उमर भुतहा नई तो आवे रे...गीत-
कबीरधाम (छत्तीसगढ़) से नरेश बुनकर एक गीत सुना रहे हैं :
बईहा नार सेंगा रे-
तोर उमर भुतहा नई तो आवे रे-
कईसे के आवे बईहा नार सेंगा रे-
कईसे के आवय हनुमान-
तोर उमर भुतहा नई तो आवे रे-
उचकत आवय बईहा नार सिंगा रे-
झपटत आवय हनुमान, बईहा नार सेंगा रे...