आदिवासी समुदाय नवा खाई का कार्यक्रम कर रहे है....
जिला नारायणपुर (छत्तीसगढ़) से भोला बघेल, राम लाल पोटाई, श्यामत पोटाई, संकू घावडे बता रहे है | धान की फसल नई बलिया आने पर थोडा सा नया चावल निकाल कर आदिवासी समुदाय के लोग प्रत्येक साल में एक बार नवा खाई का कार्यक्रम करते है पूर्वजों से चल रहे रीतिरिवाजों अनुसार गाँव एंव अपने-अपने घरो के देवी-देवताओं को यह नया चावल चढाते है, जिसके पश्चात उसी बचे चावल को खिर बनाकर घर के सभी सदस्य खाते है | इस नवा खाई का कार्यक्रम आदिवासी समुदाय के सभी लोग मनाते है...