माटी होगे अब तो मोरो केहू जी नरे...गीत-
जिला-कबीरधाम (छत्तीसगढ़) से बृजराम नायक एक गीत सुना रहे हैं :
माटी होगे अब तो मोरो केहू जी नरे-
तोर बिना रे, तोर बिना रे-
तोर जब जब सुरता आथे-
मन हसथे गाथे रोथे-
माटी होगे अब तो मोरो केहू जी नरे...
जिला-कबीरधाम (छत्तीसगढ़) से बृजराम नायक एक गीत सुना रहे हैं :
माटी होगे अब तो मोरो केहू जी नरे-
तोर बिना रे, तोर बिना रे-
तोर जब जब सुरता आथे-
मन हसथे गाथे रोथे-
माटी होगे अब तो मोरो केहू जी नरे...