भेडिया और शहीद बकरी...कहानी-
हरे भरे पहाड़ पर बकरिया जब चरने जाती थी| तो उसमे से एक बकरी हमेशा कम हो जाती थी| भेडिये की इस हरकत से तंग आकार चरवाहे ने वहां बकरियां चराना बंद कर दिया| बकरियों ने मौत के डर से बाड़े में रहकर चरना उचित समझा | लेकिन उसमे से एक बकरी को बाड़े में कैद रहना पसंद नहीं आया| उसने सोचा अत्याचारी से कब तक बचा जा सकता है| भेड़िया किसी दिन पहाड़ी से उतरकर बाड़े में भी कूद सकता है| साथियों ने उसे समझाने का प्रयास किया| लेकिन वह मौका पाकर पहाड़ी पर चली गई| और भेडिये को खोजने लगी| काफी समय बाद उसे भेड़िया शिकार के लिये आता दिखा| वह समझ गई| उसे क्या करना है|