हम कौवे काले ही अच्छे लगते हैं...कहानी-
एक मुर्ख कौवा था| एक बार उसे पैसा मिल गया| वह पैसे से साबुन ले आया| अपने माँ के पास जाकर बोला, माँ ये साबुन लगाकर मै नहाऊंगा तो गोरा हो जाऊंगा| माँ बोली बेटा हम काले ही अच्छे दिखते हैं| बच्चे ने माँ की बात नहीं मानी और वह नदी चला गया| उसने अपने पूरे शरीर पर साबुन लगाकर नहाया, उसे लगा| वह गोरा हो गायेगा| लेकिन ऐसा नहीं हुआ| पानी में देखा तो काला ही दिख रहा था| उसे लगा आंख नहीं धोया है| इसलिये ऐसा दिख रहा है| आंख में साबुन लगाने पर आंख में जलन होने लगा| माँ ने कहा साबुन लगाने से आंख जलन करेगा| उसने आंख धोया| माँ बोली देखो अब कितने अच्छे लग रहे हो| हम कौवे काले ही अच्छे लगते हैं| कौआ सुनकर हंसने लगा और काव-काव कर खेलने लगा|