यग्य-हवन से प्राकृतिक पर्यायवरण शुद्ध होता है...
श्वेत गंगा, जिला-मुंगेली, (छत्तीसगढ़) से रमाकांत सोनी यग्य हवन से होने वाले फायदे के बारे में बता रहा है: भारतीय संस्कृति में हवन,यग्य, कर्म, केवल धार्मिक परम्परा के लिए नही है, इसका मूल उद्देश्य पर्यावरण तथा सेहत की रक्षा के लिए है| इसके धुएं से न सिर्फ पर्यावरण शुद्ध होता है, बल्कि सारे जगत के प्राणी भी अन्य बीमारियों से भी सुरक्षित रहते हैं, मौलश्री,खैरतला, के हवन से वायु शुद्ध होता है|मेहदी की लकड़ी जलाने से घर में महामारी के फैलने की आशंका दूर होती है| यग्य-हवन से इतनी शक्तियां प्राप्त होती है की संक्रामक जैसे बीमारियों से छुटकारा मिलती हैऔर विषाणुओं से मुक्त करती है|रमाकांत सोनी@9589906028.