आज ख़ुशी से उछल कूद कर रही थी खूब पढाई- कविता
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ियारी एक कविता सुना रहे हैं:
आज ख़ुशी से उछल कूद कर रही थी खूब पढाई
मछली के संग उसका होना था जो सजाई
करछुल झूम रहा था उसका मण को मण जो आई
हंस कर मचल उठी उसने ली अंगडाई
प्याज़ लसून देख रहे थी, उनकी हुई खूब पिटाई
मिर्च मसाला खड़े थे, उनकी खूब हुई कुटाई...