आज के ज़माने में सत्य की कथा...कहानी
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ियारी एक कथा सुना रहे हैं| सत्य युग में सत्य चार पैरो पर खड़ा था| त्रेता युग में 3 पैरो पे खड़ा था| द्वापर युग में 2 पैरो पे आ गया| कलयुग में 1 पैर पे खरा है, जो कभी भी गिर सकता है, क्यूंकि आज लोग झुठ का सहारा ले कर चल रहे है, बात बात पे झुठ बोलना लोगो की आदत बन गयी है| सबसे बड़ा झुठा नेता होते है, जो झुठ बोलकर कुर्सी पे बैठ जाते है| पांच वर्षो तक ऐश करते है, पोजीशन बना लेते है और फिर ज़िन्दगी भर के पेंशन मिलना सुरु हो जाता है| मोबाइल के आने के बाद इसका बोल वाला ओर बढ़ गया है| पैसा का लेन-देन का मामला हो तोह ओर ज्यादा झुठ बोलते है| सब एक दुसरे से झुठ बोलते हैं|