मेरा उम्र हुआ 55 का चाल चलन है बचपन सा...रचना-
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ियारी एक रचना सुना रहे हैं :
मेरा उम्र हुआ 55 का चाल चलन है बचपन सा-
हरियाली सी प्रेम सदा एक सा-
तू जिंदगी में न करना कभी भी खेती एक सा-
धान बोओगे तो कोदो जागेगा-
लोहे की खेती तुझे खूब भायेगा-
और जब तू कोयले घोटाले में फंस जायेगा-
तो तेरा बाप भी तुझे न बचा पायेगा...