चलो रे चलो रे भाई संगठ निर्माण करो...एक गीत
चलो रे चलो रे भाई संगठ निर्माण करो
लड़ेंगे भाई लड़ेंगे हां भाई लड़ेंगे, आगे खूब लड़ाई
गुलामी की जंजीर अभी भी बंधाया है
इज्ज़त अधिकार पर बेडियाँ लगाया है
रोजी रोटी मिलता नहीं तबाही मचाया है
जल जंगल जमीन को हमसे छीन रहा है
कहेंगे भाई कहेंगे, हां भाई बनो नियोगी भाई
बहना मेरे आओ, भाई मेरे आओ
संघर्ष को बढाओ, इन्कलाब लाओ
मजदूर किसान आओ संगठन बनाओ
नहीं रखेंगे नहीं रखेंगे पूंजीवाद की परछाई
कहने के तो बहुत है कितने को कहें
लूट दमन झूठ को कितना अब सहें
सहने से अच्छा है लडके जो मरता है
वही कदम मंजिल को आगे बढाता है
बढ़ो भाई बढ़ो, हां हां भाई बढ़ो, ले मशाले बढ़ो
आओ सब मिलके नई दुनिया बनाएंगे
एशिया की धरती पे पूंजीवाद को दफनाएंगे
हौसला बुलंद हो तो मंजिल को पाएंगे
मेहनतकश वर्ग को राजसात दिलाएंगे