गावत रईथे गावत रईथे, भागवत गीता ला मै गावत रईथे जी...कविता-
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ियारी एक कविता सुना रहे हैं :
गावत रईथे गावत रईथे-
भागवत गीता ला मै गावत रईथे जी-
कोनो सुनईया रहतिन ता रामायण ला-
मै गावत रईथे जी-
कोनो घर मा आंट नईये-
नइये कोनो हांथ के बचईया...