दौलत के तराजू से मत तौल बेटियां...कविता-
जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से प्रीतम प्रजापती एक कविता सुना रहे हैं :
दौलत के तराजू से मत तौल बेटियां-
आशीष विश्व मात का अनमोल बेटियां-
ईश्वर भी जिनके सामने नत हो गया कभी-
ऐसा रत्न अनमोल है भारत की बेटियां-
घर आये चरण इसके पधारी स्व लक्ष्मी गौरी-
शशि मेघा का स्वरुप है बेटियां-
शिक्षित बनाओ इनको...