भगवान राम सबरी नदी के तट पर आराम किये थे इसलिए हमारे गाँव का नाम रामराम पड़ा...कहानी-
ग्राम पंचायत-रामाराम, ब्लाक और जिला-सुकमा (छत्तीसगढ़) से दयाराम निषाद सीजीनेट जन पत्रकारिता जागरूकता यात्रा के मोहन यादव को उनके गाँव रामाराम के नाम की कहानी बता रहे हैं, वे बता रहे हैं कि जब भगवान श्री राम को वनवास हुआ था, उस समय वे दंडक वन से निकल रहे थे, तब वे सबरी नदी के तट पर सबरी माता के पास पहुंचे, सबरी माता ने सोचा मै इन्हें क्या खिलाऊं और कुछ ना मिलने पर बैर तोड़कर राम जी को खिलाया, जिसे राम जी ने खाया और थोडा आराम किया, इस कारण से उस गाँव का नाम रामराम पड़ा, सबरी चाहती थी कि राम को मीठे बेर ही खिलाएं इसलिए उन्होंने पहले उस बेर को चखा और झूठे बेर ही उनको खिलाए थे | मोहन यादव@9425648073.