हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा मैली है...कविता
ग्राम-मोरकोल, पोस्ट-वीरेन्द्र नगर, तहसील-रामानुजनगर, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से चन्द्रकला पोर्ते एक कविता सुना रही है:
हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा मैली है-
बंद है जिसमे स्मृति राजनीति वो बंधी थैली है-
जहाँ साँस-साँस में टूटन है, जहाँ आसपास में खूब घुटन है-
फिर भी कोई किस्सा दुहराओ, जब किया जब पहेली है-
लाचारो की जमात यहाँ, आजादी की कैसे करामात यहाँ-
सिर पे छत ना पेट में अन्न, पर उनकी भरी हवेली है-
हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा मैली है...