जिसकी सांसे और पसीना जन हित में लग जाए, वही वीर मेरी राखी बंधवाने हाथ बढाए...राखी गीत-
ग्राम पंचायत-रिमारी, जिला-सीधी (मध्यप्रदेश) से लालजी वैश्य रक्षाबंधन के अवसर पर एक देशभक्ति कविता सुना रहे हैं:
जिसकी सांसे और पसीना जन हित में लग जाएं-
वही वीर मेरी राखी बंधवाने हाथ बढाए-
जो युग की पीड़ा को समझे और जरूरत जाने-
फिर उठ के अनुरूप जगत को गति देने की ठाने-
जिसका जीवन नवल कुजनकी, आज्ञा हित बन जाए-
जो अपने कामो से जोड़े, जिसकी लिखी लकीरें...