जय सेवा-जय सेवा बोलो रे...गोंडी गीत
ग्राम-लामता, जिला-बालाघाट (म.प्र.) से ब्रजलाल टेकाम एक गोंडी गीत सुना रहे है, इस गीत में गोंडी भाषा की विशेषता के बारे में बताया गया है:
जय सेवा-जय सेवा बोलो रे-
जय सेवा-जय सेवा बोलो रे-
अनि वनका ते मावा गोंडी भाषा-
जय सेवा-जय सेवा इंटरो-
अनि वनका ते मावा गोंडी भाषा-
जय सेवा-जय सेवा इंटरो-
भैया जय-सेवा जय-सेवा इंटरो-
जय सेवा-जय सेवा सबतुन इन्दाना-
गोंडी धरम तुन हैय जो पुन्दाना-
जय सेवा-जय सेवा सबतुन इन्दाना-
गोंडी धरम तुन हैय जो पुन्दाना-
अनि गोंडी भाषा काक सब अंटरो-
अनि वनका ते मावा गोंडी भाषा-
जय सेवा-जय सेवा...
ब्रजलाल टेकाम@ 9685526118.