भारत देश की माटी, चन्दन माथे तिलक लगाना...देशभक्ति कविता
ग्राम+पोस्ट-पडवी, तहसील-सिरमौर, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से रमेश प्रसाद यादव एक देशभक्ति कविता प्रस्तुत कर रहे है:
भारत देश की माटी, चन्दन माथे तिलक लगाना-
आजादी की शान तिरंगा घर घर में लहराना-
सोने की चिड़िया देश हमारा जन जन में रघुराई-
गंगा यमुना और सरस्वती जिनमें इन्हें पहनाई-
उन अमर सपूत जवानों की हम फिर गाथा दोहराई-
हस कर झूल गये फांसी में अपनी जान गंवाई-
आज सभी को उनका परिचय फिर से आज बताना-
आजादी की शान तिरंगा घर घर में लहराना – हम न किसी पर जुल्म करेंगे और न जुल्म सहेंगे-
समाजवादी ज्योत लिए हम मिल-जुल सभी रहेंगे-
भारत माता की लरनौर को हम आज सभी कहेंगे-
कश्मीर-त्रिमौर हमारा न देंगे खूब लड़ेंगे न देंगे खूब लड़ेंगे-
पाकिस्तान होस में आजा खूब किया मन माना-
आजादी की शान तिरंगा घर घर में लहराना-
आजादी की शान तिरंगा घर घर में लहराना-
जिस आजादी के खातिर मर गये वीर बलिदानी-
स्वतंत्रता की कीमत जिसने सही सही पहचानी-
चन्द्रशेखर आजाद,भगत सिंह,झाँसी वाली रानी-
तिलक,गोखले,गांधी, बाबा की है अमिट कहानी-
अमर रहे गणतन्त्र हमारा हिन्द की राज बचाना-
आजादी की शान तिरंगा घर घर में लहराना-
स्वतंत्रता ले पावन बेला में कुछ प्रश्न करेंगे-
मोदी जी सीमा में सैनिक यूँही कब तक मरेंगे-
दुश्मन बना पडोसी धमकी कबतक यूँही सहेंगे-
आज भेज दे सैनिक अपने मिल जुल साथ लड़ेंगे-
मियां शरीफ़ की दादागिरी में अब है रोक लगाना-
आजादी की शान तिरंगा घर घर में है लहराना-
भारत देश की माटी चन्दन माथे तिलक लगाना-
आजादी की शान तिरंगा घर घर में है लहराना...