धूम मुडिया मडिया हल्बा रंग-रंग न जाति...गोंडी गीत
ग्राम-चाचड़ से उमेश्वरी दुग्गा, मनीषा दुग्गा, कंचन वड्डे तहसील-दुर्गकोंदल, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से एक गोंडी गीत सुना रहे है:
साय रेला रे रे रेला साय रेला रे रे रेला-
धूम मुडिया मडिया हल्बा रंग-रंग न जाति-
खूब सुन्दर रूप मस्त आदिवासी-
वरा इन्कट हुलकी इन्कट कुश खोला इनता-
तुना लेया कोना लेया मिले मासी इन्कट-
साय रेला रे रे रेला साय रेला रे रे रेला...