हम सब सुमन एक उपवन के, एक हमारी धरती सब की...दोहा
ग्राम-केरकेटा, पोस्ट-जोगा, थाना-उटारी रोड, जिला-पलामू (मध्यप्रदेश) से अखलेश कुसवाहा एक दोहा सुना रहे है:
हम सब सुमन एक उपवन के, एक हमारी धरती सब की-
जिसकी मिटटी में जन्मे हम, मिली हम एक ही धूप हमें है-
जिनके गये अब जल से हम पले हुये है झूम-झूमकर-
पन्नो में हम एक पवन के, हम सुमन एक उपवन के-
हम सुमन एक उपवन के, रंग रंग के रूप हमारे-
हम सब सुमन एक उपवन के, एक हमारी धरती सब की...