दिल में मोरो तोरों मिलत गयल गोरिया, जब ले पिने गुया सफा साड़ीयों...छत्तीसगढ़ी गीत
ग्राम-धुमाडाड, पोस्ट-गोबिंदपुर, तहसील-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से शिवबालक सिंह श्यामले एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहें हैं:
दिल में मोरो तोरों मिलत गयल गोरिया, जब ले पिने गुया सफा साड़ीयों-
तोला देख के दीवाना भयलू रे, गोरियाँ मारले जब तिरछी नजरियाँ-
चले ला चलेला चल बगल वाली रे, चले ला चलेला चल मथवाली रे-
तोला देख के दीवाना हो गये रे, का मोहनी डारे गोरी रे, चंदा कश रूप चमके-
तोला देख के दीवाना भयलू रे, गोरियाँ मारले जब तिरिछ नजरियाँ-
दिल में मोरो तोरों मिलत गयल गोरिया, जब ले पिने गुया सफा साड़ीयों...