हाय रे मांझी, ले चल नदियाँ के पार, नदियाँ तेज़ बहे धार...सरगुजिया गीत
ओड़गी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से जयंती आयाम के साथ है सीतारानी नेटी जो एक गीत सुना रही है:
हाय रे मांझी, ले चल नदियाँ के पार-
ढंगा तोरा हिले ला, डोले ला, नदियाँ तेज़ बहे धार-
हाय रे मांझी, हो हो हो रे, ले चल नदियाँ के पार-
नदियाँ के पानी मारे ला हिल्लोर, छूट ना जाए कही नय्या की डोर-
धीरे चला रे, छूट ना जाए कही पतवार-
ढंगा तोरा हिले ला, डोले ला, नदियाँ तेज़ बहे धार...