जंगल घूमा चाचा जी ने, दूरबीन ले साथ में, दूर-दूर की चिड़िया दिखती, उनको अपने पास में...बाल कविता
ग्राम-मेंढारी, पोस्ट-कर्मडीहा, तहसील-वाड्रफनगर, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से ओमप्रकाश मरकाम जंगल के बारे में एक बाल कविता सुना रहें हैं:
जंगल घूमा चाचा जी ने, दूरबीन ले साथ में-
दूर-दूर की चिड़िया दिखती, उनको अपने पास में-
ऊचें पेड़ पर चढ़कर देखा, एक तेंदुआ नीचें-
तभी अचानक देखा बंदर, दौड़ा उसके पीछें-
चाचाजी ने जंगल में जो कुछ भी देखा, उसको अपनी डायरी में नोट कर लिया...