धरती माँ को क़र्ज़ चुकाना है, जल जंगल जमीन को बचाना है...देशभक्ति गीत
ग्राम-देवरी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से रमेश कुंजाम मडावी एक देशभक्ति गीत सुना रहे है:
धरती माँ को क़र्ज़ चुकाना है, जल जंगल जमीन को बचाना है-
ऐ हवा, ऐ गगन, ऐ पवन, धरती माता जल बरसाता है-
धरती माता सबको अन्न खिलाता है-
धरती माँ को क़र्ज़ चुकाना है, जल जंगल जमीन को बचाना है-
सतयुग में सब एक मामा सब कोई, एक साथ पुकारा है-
यही रे संदेसा, बात बहुत पुराना है, जल जंगल जमीन को बचाना है...